24 Jan 2021

इतिहास क्या है

इतिहास क्या है?
इतिहास क्या है  हर किसी का कुछ ना कुछ इतिहास है। जैसे मानव का इतिहास , किसी सभ्यता का इतिहास , किसी वस्तु का इतिहास , किसी देश का इतिहास । 
इतिहास के जनक हेरोटोड्स है
इतिहास सबका है पर उस को देखना का नजरिया सबका अलग है। किसी देश या सभ्यता के बारे सभी के अलग अलग नजरिए है।
इतिहास दो शब्दों से मिलकर बना । इति+हास 
अतीत में हुई घटना को इतिहास कहते है। 
अब इस इतिहास को जानने के कुछ ना कुछ स्रोत होते है। 
जैसे कोई सभ्यता है  जब उस सभ्यता की खुदाई की जाती है तब कुछ ना कुछ अवशेष मिलते है उसके आधार पर कहते है कि वह एक सभ्यता है । वहा से मिली वस्तु की कार्बन डेटिंग की जाती है उसके आधार पर कहा जाता है कि ये सभ्यता कितनी पुरानी है। 
किसी भी देश या सभ्यता के इतिहास को जानना बहुत कठिन है। 
इतिहास को जानने के स्रोत क्या क्या है।
इतिहास के स्रोत को तीन भागों में बांटा है
पुरातात्विक स्रोत  इन स्रोत में सिक्के अभिलेख लिपि , मुहर, आदि ।
साहित्यिक स्रोत किसी देश में लिखी गई पुस्तक ओर ताम्र लेख ।
विदेशी विवरण  किसी ना किसी देश में कोई ना कोई विदेशी यात्री आता था ओर वह अपने यात्रा वृतांत में कुछ ना कुछ उस देश के बारे में लिखता था।
भारत का इतिहास केसा था ओर इसकी शुरुआत कैसे हुई?
भारत में जब मानव की उत्पत्ति हुई थी ओर वर्तमान तक इतिहास का उल्लेख है।
प्राचीन काल में मानव केसे  रहते था क्या खाता था उसका जीवन कैसा था उसके सबूत भारत में भी है। मध्यप्रदेश के भीमबेटका की गुफा में प्राचीन काल के मानव के चित्र अंकित है। बिहार में प्राचीन काल के मानव निर्मित झोपड़ी मिली है।  भारत के इतिहासकारों ने इस पर रिचार्ज की है। 
सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में जानने के लिए इतिहासकारों ने कई  रिसर्च की है ओर उसके आधार पर बताया है।
प्रशन ये है कि सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में कैसे पता चलता है?
जब भारत में अंग्रेज़ कराची में रेल लाइन बिछाने के काम कर रहे थे तो अचानक से कुछ ईट का डेर मिला । 1861 में भारतीय पुरातत्व विभाग की स्थापना की गई। 1920 ओर 1922 में हड़प्पा ओर मोहनजोदड़ो नामक स्थान की खोज की गई। उसके बाद कई मुद्रा ओर अभिलेख ओर अवशेष मिले है जैसे लोथल से मुहर के अवशेष ओर कालीबंगा में हल के निशान मिले है
स्नानागार ओर अनागार के अवशेष मिले है ।
इन अवशेषों से पता चलता है कि ये सभ्यता कितनी पुरानी है।
सिंधु घाटी का ही क्यो पड़ा इसका नाम क्योंकि  है इलाका सिंधु नदी के है इसलिए सिंधु सभ्यता इसका नाम पड़ा।







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