20 Jan 2021

भारत में बढ़ती जनसंख्या के फायदे ओर नुकसान

     

भारत जनसंख्या की दृष्टि से दुनिया का दूसरा देश है
भारत में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है बड़ती जनसंख्या के जितने लाभ है उसे ज्यादा हानि है।
किसी देश को अधिक जनसख्या के क्या लाभ हो सकते है
आसानी से श्रमिक मिल जाना अधिक जनसंख्या वाले देश को सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि उसे शारीरिक श्रम करने वाले मजदूर आसानी से मिल जाते है। भारत के पास पूंजी कम है ओर मजदूर की संख्या अधिक है।
भारत के कई लोग काम की तलाश में दूसरे  देश में जा रहे है । दूसरे देश में भारतीय श्रमिक को ये फायदे होते है कि  वहा उन्हें भारत के अपेक्षा  दूसरे देश में अधिक मजदूरी मिलती है जैसे कनाडा अमेरिका ऑस्ट्रेलिया जितने डॉलर मुद्रा वाले देश है इन देश में भारतीय श्रमिक काम के लिए जा रहे है। इन देशों में भारतीय श्रमिक के जाने के कई कारण है जैसे इन देशों में  श्रमिक की संख्या कम है ओर इन देशों के पास पूंजी बहुत अधिक है ओर इन देशों को श्रमिक की आवश्यकता होती है । इन देशों की जनसंख्या कम है इसलिए भारतीय श्रमिक को यहां आसानी से काम मिल जाता है।
अधिक जनसंख्या वाले देश को दूसरा लाभ यह होता है कि देश को सैनिक आराम से मिल जाते है जैसे कई देशों में नियम है कि एक परिवार से एक सदस्य सैनिक होगा चाहे उसका मन हो या नहीं हो लेकिन भारत में इस प्रकार कोई दबाव नहीं है ओर ना ही भारत में इस प्रकार का कोई नियम है कि हर परिवार से एक सदस्य सैनिक होगा।
विदेशो में पलायन होने से विदेशी मुद्रा का भारत में आना - भारत में अधिक जनसंख्या होने के कारण कई लोग विदेशो में चले गए है वहा से वे लोग अपने घर परिवार वाले के लिए पैसे भेजते है जिससे भारतीय विदेशीय मुद्रा भंडार में वृद्धि हो रही है।
अधिक जनसंख्या में अगर देखे तो इसमें सबसे अधिक युवाओं की संख्या अधिक है जिससे  ये लाभ है कि भारत में बुजुर्ग जनसंख्या कम है। युवा जनसंख्या किसी भी देश के लिए महत्वूर्ण होती है।
अधिक जनसंख्या के लाभ कम है नुकसान अधिक है  जैसे
रोजगार में कमी अधिक जनसंख्या होने के कारण भारत में रोजगार में कमी आई है कई लोग भारत में बेरोजगार है कई लोग सरकारी नौकरी की तलाश में है भारत के पास सरकारी पद कम है ओर इन पद के लिए कई लोग है। मशीनीकरण के कारण भारत में कई लोग बेरोजगार हो गए है। अधिक जनसंख्या होने के कारण कई लोगो को उनकी योग्यता के बराबर रोजगार नहीं मिल पा रहा है। जिससे वे लोग विदेशो में जा कर अपनी योग्यता से वहा के देश के को फायदा दे रहे है।
अधिक जनसंख्या के कारण पर्यावरण में दबाव अधिक जनसंख्या होने के कारण पर्यावरण में भी दबाव पड़ता है जैसे एक परिवार में तीन बेटे है  ओर उन तीन बेटे को के लिए अलग अलग घर बनाना जिससे जमीन कम होने के कारण कृषि में भी कमी आ जाती है  जब जमीन का बटवारा होता है तो उससे जमीन छोटे छोटे भागो में बट जाती है। अगर इतने सारे मकान बनेगे तो पेड़ भी कटेंगे।
अधिक जनसंख्या वाले देश को वस्तुओं का आयात करना पड़ता है जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आ जाती है
क्या अधिक जनसंख्या वाले देश अधिक देश गरीब है विकसित 
अगर हम बात करे तो अधिक जनसंख्या वाले देश भारत ओर चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था है आज भारत दुनिया की पचवी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था है ।




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